You are My madness
कहते हैं, मोहब्बत में भरोसा ज़रूरी होता है... लेकिन जब मोहब्बत पागलपन में बदल जाए, तो भरोसा भी हथियार बन जाता है — और तब वो रिश्ता नहीं रहता, एक ऐसा कैदखाना बन जाता है जहाँ चाहत के नाम पर विश्वासघात, जुनून के नाम पर क्रूरता, और प्यार के नाम पर पूरी आत्मा को जला देने वाली दीवानगी मिलती है। कुछ ऐसी ही कहानी है आध्या माहेश्वरी और शिवांश ओबेरॉय की, शिवांश ओबेरॉय जो पूरी दुनिया को अपनी मुट्ठी में रखने की ताकत रखता था, वो सिर्फ एक लड़की की चाहत में अपना सब कुछ छोड़ देता है, और उसका एक मामूली सा असिस्टेंट बन कर रह जाता है। उसका इश्क आध्या के लिए इतना गहरा था कि वह उसके लिए किसी भी हद तक जा सकता था, लेकिन जब उसे एहसास हुआ की आध्या उसे धोखा दे रही है, तो उसका इश्क एक पागलपन में बदल जाता है,और तब उसने तय किया — अब आध्या उसकी मोहब्बत नहीं, उसकी कैदी बनकर जिएगी। वो उसकी धड़कनों पर हक नहीं चाहता था, अब वो उसकी सांसों का मालिक बनना चाहता था… चाहे प्यार से या ज़बरदस्ती से। क्या आध्या सच में गुनहगार है… या किसी की साजिश का एक शिकार? जब मोहब्बत जंजीर बन जाए, तो क्या दिल बचते हैं या सिर्फ रूह कैद होती है? शिवांश का जुनून उसे आशिक़ बनाए रखेगा… या हैवान में बदल देगा? जानने के लिए पढ़िए मेरी ये कहानी you are my madness.